प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ग्यारह वर्षों का कार्यकाल स्वर्णिम काल : ई.रघुवंश नारायण सिंह


बख्तियारपुर (पटना)।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में भारत के प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल शुरू किया था। तब से लेकर अब तक, उन्होंने जनहित में कई महत्वपूर्ण नीतियों और कार्यक्रमों को लागू किया है। उन्होंने भारत की तस्वीर को बदल दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कार्यकाल में कई आर्थिक सुधार किए हैं, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू किया, जिसने भारत की कर प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाया।
*मेक इन इंडिया: प्रधानमंत्री मोदी ने मेक इन इंडिया कार्यक्रम को शुरू किया, जिसने भारत में विनिर्माण को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद की।
*सामाजिक कल्याण*
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कार्यकाल में कई सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों को शुरू किया है, जिन्होंने भारत के गरीब और वंचित वर्गों के जीवन में सुधार करने में मदद की है। उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया, जिसने भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में मदद की।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना: प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री जन-धन योजना शुरू किया, जिसने भारत के गरीब वर्गों को बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच प्रदान की।
विदेश नीति
श्री मोदी ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण विदेश नीति संबंधी निर्णय लिए हैं, जिससे भारत की वैश्विक स्थिति मजबूत हुई है।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को मजबूत बनाने के लिए काम किया है, खासकर अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी ,रूस जैसे देशों के साथ संबंध और अधिक प्रगाढ़ किए।
प्रधानमंत्री मोदी ने विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए काम किया। जिसने भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद की है। कुल मिलाकर कहा जाए तो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 साल के कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल हुई हैं। उन्होंने आर्थिक सुधार, सामाजिक कल्याण और विदेश नीति में कई महत्वपूर्ण, ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय लिए, जिसने भारत की तस्वीर बदल दी। उनके कार्यकाल में भारत ने कई चुनौतियों का सामना किया है, लेकिन उन्होंने हमेशा देश के हितों को प्राथमिकता दी है। हाल ही में आपरेशन सिंदूर जैसी सैन्य कार्रवाई पूरे विश्व में एक मिसाल बना।
अगले चार वर्षों में पाक अधिकृत कश्मीर को हासिल करने और वक्फ संशोधन कानून लागू करने सहित अन्य कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने हेतु मोदी सरकार प्रयासरत है।
पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को हासिल करने के लिए निरंतर कूटनीतिक प्रयास जारी हैं। ताकि पाक अधिकृत कश्मीर के मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का समर्थन प्राप्त किया जा सके।
वहीं,भारत को अपनी सैन्य तैयारियों को बढ़ाना चाहिए, ताकि वह किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहे।
भारत को पाकिस्तान पर कूटनीतिक दबाव डालना चाहिए, ताकि वह पाक अधिकृत कश्मीर के मुद्दे पर वार्ता के लिए तैयार हो।
सरकार को वक्फ संशोधन कानून को लागू करने के लिए आवश्यक कानूनी प्रक्रिया का पालन करना चाहिए।
इसके लिए संसदीय अनुमोदन प्राप्त करना चाहिए।
जागरूकता अभियान चलाना चाहिए, ताकि लोगों को इसके लाभों के बारे में पता चले और भ्रांतियां समाप्त हो।
वैश्विक स्तर पर समृद्ध और सशक्त राष्ट्र के लिए सरकार को आर्थिक विकास पर ध्यान देने की भी जरूरत है।
केंद्र सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति समर्पण सराहनीय है। देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए समर्पित मोदी सरकार के साहसिक कदम स्वागत योग्य हैं।
(लेखक बिहार सरकार के सेवानिवृत अभियंता हैं)
