ओरमांझी प्रखंड सभागार में बेसहारा अपेक्षित बच्चों के लिए साथी योजना के तहत डलसा ने जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया


ओरमांझी(मोहसीन):ओरमाझी प्रखंड मुख्यालय सभागार में मंगलवार को सरकार के सारथी योजना के अंतर्गत डलसा राँची का एक दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया,जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में विधिक सेवा प्राधिकरण रांची के सचिव रवि कुमार भास्कर,ओरमांझी प्रखंड विकास अधिकारी कामेश्वर बेदिया,नामकुम प्रखंड विकास पदाधिकारी बिजय कुमार,अनगड़ा प्रखंड विकास पदाधिकारी जयपाल सोय सहित

अनगड़ा,नामकुम,ओरमांझी क्षेत्र के मुखिया गणों व पैरा लीगल वालंटियर्स शामिल थे,कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के स्वागत एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया.मौके पर मुख्य अतिथि
रवि कुमार भास्कर ने सेमिनार के उद्देश्यों को बताते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में उपेक्षित,बेसहारा और निराश्रित बच्चों को कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक कर उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ना और उनके संरक्षण के लिए सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना था।डलसा,प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय स्वयंसेवकों ने मिलकर इस पहल को सफल बनाने के लिए कार्य किया जाना हैं,मुख्य अतिथि ने उपस्थित मुखिया गानों,आंगनबाड़ी सेविकाओं को कहा की आपके क्षेत्र में बेसहारा,अपेक्षित 18 साल से कम उम्र के बच्चे एवं बच्चियों का लिस्ट बनाएं और उनका आधार कार्ड से जोड़कर उन्हें सरकारी योजनाओं को दिलाने में मदद करें,कोई बच्चा अपेक्षित ना रहे,इसके लिए सर्वोच्च न्यायालय भी इस विषय पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए काम कर रही है,कोई अपेक्षित बच्चा शिक्षा के अधिकार से वंचित न रहे,विशेष ख्याल रखा जाएगा.

भारत में लाखों बच्चे ऐसे हैं जिनके पास न घर है,न परिवार और न ही कोई सहारा। ये बच्चे सड़कों पर भीख मांगते हैं,कचरा चुनते हैं या छोटे-मोटे काम करके अपना पेट भरते हैं। इनमें से कई बच्चे मानव तस्करी,शोषण और हिंसा का शिकार हो जाते हैं। इनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर कोई ठोस व्यवस्था नहीं होती। इन बच्चों को कानूनी संरक्षण देने के लिए भारत सरकार ने कई कानून और योजनाएं बनाई हैं,जैसे राइट टू एजुकेशन एक्ट,चाइल्ड लेबर एक्ट,पॉक्सो एक्ट लेकिन अक्सर ये कानून और योजनाएं जमीनी स्तर तक पूरी तरह से लागू नहीं हो पाती हैं।

इसीलिए डलसा और प्रशासनिक टीम ने मिलकर इस जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से इन बच्चों तक पहुंचने का प्रयास किया।डलसा और पैरा लीगल वालंटियर्स ने ओरमाझी ब्लॉक के विभिन्न इलाकों में घूमकर निराश्रित बच्चों की पहचान की हैं। वही कार्यक्रम का समापन अतिथियों को पौधा भेंट कर किया गया।
