लहू बोलेगा संस्था की एक और नेक पहल
–दर्ज़ी मोहल्ला,डोरंडा, रांची निवासी को बिन डोनर के लहू दिया गया—
आज दिनांक 14 अक्टूबर 2024 को मरीज़ शबाना फ़रहत,60 वर्ष (महिला) को ब्लड ग्रुप O पॉजिटिव (पॉकेट्स सेल ब्लड) दर्ज़ी मोहल्ला,डोरंडा,रांची झारखंड निवासी को अंजुमन इस्लामिया हॉस्पिटल, रांची में एनीमिया पीड़ित भर्ती मरीज़ को एक यूनिट ब्लड की जरूरत थी,जिसे मिल्लत एकेडमी स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन,रांची के द्वारा हुए रक्तदान शिविर से एकत्रित हुए रक्तदान का पहला यूनिट ब्लड आज दान हुआ,जिसे “लहू बोलेगा” संस्था,रांची के सहयोग से नागरमल मोदी सेवा सदन अस्पताल ब्लड बैंक,रांची से मरीज़ के परिजन रिश्तेदार मो रियाज़ को बिन डोनर के लहू दिया गया………
नोट—मरीज़ को 2 यूनिट O पॉजिटिव (पैकेट्स सेल ब्लड) की जरूरत थी,1 यूनिट परिजनों द्वारा दिया जाएगा,दूसरा यूनिट मिल्लत एकेडमी स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन रांची ने ब्लड बिन डोनर के मरीज़ के रिश्तेदार को ब्लड डोनेट किया.
हवाला/द्वारा—मो जबीउल्लाह(जमीतुल मोमिनीन 84 पंचायत,रांची) एवं मिल्लत एकेडमी स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन,रांची के कन्वेनर ज़ुबैर खान सहित लहू बोलेगा के नदीम खान द्वारा.
फ़ोटो :-1. मरीज़ के रिश्तेदार मो रियाज़,दर्ज़ी मोहल्ला,डोरंडा,रांची लहू लिए हुए नागरमल मोदी सेवा सदन ब्लड बैंक रांची परिसर से।
विडंबना:–
1.झारखंड में किसी भी सरकारी या निजी हॉस्पिटल में भर्ती मरीज़(इन हाउस पेशेंट) को ब्लड चढ़ाने पर ब्लड की व्यवस्था हॉस्पिटल प्रबंधन को ही सुनिश्चित करना है—झारखंड सरकार का आदेश-2018
(मग़र वास्तविक ज़मीनी हकीकत है कि यह आदेश पर निजी एवं सरकारी में ब्लड दिया ही नही जाता है)
2.मरीज़ के पास अगर ब्लड डोनर नही है तो भर्ती मरीज़ को ब्लड की व्यवस्था हॉस्पिटल प्रबंधन ही करेगा,जो सरकारी चार्ज होगा वह लेगा….. झारखंड सरकार का आदेश-2018
3.झारखंड सरकार एवं रिम्स प्रबंधन के आदेश अनुसार रिम्स के भर्ती मरीज़ को बेड साइड ब्लड मिलेगा-2018.
(मग़र वास्तविक ज़मीनी हकीकत है कि बिन पैरवी,बिन रसूख़ के ब्लड दिया ही नही जाता है)