रात में हुई बैठक सुबह हो गई खेल, बन गए चेयरमैन


रांची: कहा जाता है कि आज के समय में बड़ी होश हवास से काम लेने की जरूरत है। झारखंड वक्फ बोर्ड का चेयरमैन का चुनाव होना था। उससे ठीक पहले झारखंड की शान दूरदर्शी मुजीब कुरैशी के साथ एक बैठक हुई। वहा रणनीति तय की गई। रात तक सभी को फोन करके समझा दिया गाया। राज्य सभा सांसद डाक्टर सरफराज अहमद चेयरमैन चुने गए। इसे कहते है खामुशी से काम करना। मुजीब कुरैशी और डॉक्टर सरफराज अहमद की मित्रिता भी अलग है। साथ तो नहीं दिखते लेकिन साथ होते हैं। मुजीब कुरैशी ने कहा की जमीयतुल कुरैश के तरफ से हम अपने मित्र डॉक्टर सरफराज अहमद को वक्फ बोर्ड के चेयरमैन बनने पर दिल की गहराइयों से मुबारकबाद पेश करते है। कहा जाता है की रिश्ता कभी टूटता नही। कांग्रेस नेता ज्ञान रंजन के समय से दोनो में काफी दोस्ती रही। पुराना चावल तो पुराना ही होता है।


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