चार युवकों के जनाजे में उमड़ा जनसैलाब, नम आँखों से किया गया सुपुर्द ए खाक
चुट्टू और नेवरी गांव में शोक की लहर
मुजफ्फर हुसैन, संवाददाता
राँची:- राँची जिला के बीआईटी मेसरा थाना क्षेत्र के चुट्टू गांव के शाहिद नुरुल्लाह, आसिफ अंसारी, मकसूद अंसारी और नेवरी गांव के सोएब अंसारी की मौत एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में ठनके की चपेट में आकर हो गई। बीआईटी थाना प्रभारी रोशन सिंह ने इस घटना की पुष्टि की और ठनके से हुई मौत की यूडी केस दर्ज की है।
घटनाक्रम:
मंगलवार को ये युवक बीआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज के पास स्थित स्वर्णरेखा नदी में मछली मार रहे थे। शाम को अचानक शुरू हुई भारी बारिश से बचने के लिए वे सखुआ के पेड़ के नीचे शरण लेने लगे। इस दौरान, ठनका सखुआ पेड़ को चीरते हुए चारों युवकों को चपेट में ले लिया। सूचना मिलने पर स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई।मंगलवार की रात, थाना प्रभारी रोशन कुमार सिंह, एसआई अभय कुमार, झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष जावेद अख्तर अंसारी, नेशनल मोमिन कांफ्रेंस के जिलाध्यक्ष जाकिर अंसारी, पूर्व जिला परिषद सदस्य मुजीबुल रहमान और नसीम अंसारी ने शवों को घटना स्थल से थाना, फिर रिम्स और अंततः उनके पैतृक कब्रिस्तान तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही, थाने पर रात में जमा भीड़ को नियंत्रित करने में भी उनकी अहम भूमिका रही।
पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार:
चारों युवकों के शवों का पोस्टमार्टम रिम्स में किया गया। बुधवार को चुट्टू गांव के शाहिद नुरुल्लाह, आसिफ अंसारी और मकसूद अंसारी का चुट्टू कब्रिस्तान में 3:30 बजे नमाज ए जनाजा के बाद उन्हें सुपुर्द ए खाक किया गया। नेवरी गांव के सोएब अंसारी को नेवरी कब्रिस्तान में असर नमाज के बाद नमाज ए जनाजा के बाद दफनाया गया। इस शोकपूर्ण मौके पर हजारों ग्रामीण और अन्य क्षेत्रों के लोग शामिल हुए।
मृतकों के विवरण:
शाहिद नुरुल्लाह: फ्लोरेंस कॉलेज, ईरबा में डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी की पढ़ाई कर रहा था और परिवार की उम्मीदों पर खरा उतरने की दिशा में अग्रसर था।
आसिफ अंसारी: आरटीसी बूटी में प्लस टू की पढ़ाई के साथ स्लाइडिंग ग्लास का काम करता था, और परिवार के आर्थिक सशक्तिकरण में योगदान दे रहा था।
मकसूद अंसारी: ओरमांझी के आनंदी गांव का निवासी, जो चुट्टू गांव में अपने मामा के घर पला-बढ़ा और रंग पोछाड़ का काम करता था।
सोएब अंसारी: पुरानी गाड़ियों की खरीद-बिक्री करता था, और स्थानीय व्यापार में सक्रिय था।
परिवार और समाज पर प्रभाव:
इस हादसे से प्रभावित परिवारजन गहरे शोक में हैं। स्थानीय समुदाय और शुभचिंतक उन्हें ढांढस बंधाने और इस कठिन समय में समर्थन देने के लिए जुटे हुए हैं। यह घटना स्थानीय समुदाय के लिए एक बड़ा धक्का है और इससे प्रभावित परिवारों को भारी मानसिक और भावनात्मक झटका लगा है।
पीडित परिवार को मुवाआज दे सरकार: अली
मछली मारने गये चुट्टू गांव निवासी शाहिद अंसारी, आसिफ अंसारी, मकसूद अंसारी एवं नेवरी गांव के शोएब अंसारी की आकस्मिक मृत पर आमया संगठन के अध्यक्ष एस अली ने दुख प्रकट करते हुए इस आकस्मिक घटना की सभी पहलूओं की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग पुलिस प्रशासन से किया।
उन्होंने चारों युवक की एकसाथ हुए मृत्यु के बाद परिवार के भरण-पोषण पर चिंता जताते हुए झारखंड सरकार से पीड़ित परिवारों को पीडित प्रतिकार अधिनियम 2018 एवं प्रकृतिक आपदा राहत स्कीम तहत मुआवजा और नौकरी देने की मांग किया।