राष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद की स्टेट चेयरमैन बनी डॉ मेघा रानी
रांची: राष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद ने रांची की रहने वाली लेखिका डॉ मेघा रानी को झारखंड प्रदेश का स्टेट चेयरमैन बनाया है। इनके सामाजिक कार्यो और लेखन की प्रतिभा को देखते हुए इनका चयन किया गया है। इस संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद ने अधिकारिक रूप से चिट्ठी जारी कर दी है। इनकी नियुक्ति के बाद डॉ मेघा की देखरेख में जल्द ही राज्यभर में एक टीम का गठन किया जायेगा, जो राज्य के लोगों के मानवाधिकार की लड़ाई लड़ेंगे और उनके अधिकार का हक दिलायेंगे। इस टीम में 70 से अधिक लोगों का चयन किया जायेगा, जो अलग अलग क्षेत्र में कार्यरत होंगे। नियुक्ति के बाद डॉ मेघा रानी ने कहा कि झारखंड प्रदेश का स्टेट चेयरमैन बनने के बाद मेरी प्राथमिकता रहेगी कि राज्य के जनता के मानवाधिकार सुरक्षा निश्चित करूंगी। इसमें शासन, प्रशासन और मानवाधिकार आयोग से सहयोग की अपेक्षा है। मानवाधिकार से संबंधित राज्य के किसी भी निवासी को जरूरत पड़ेगी तो हमारी टीम बड़ी ही मजबूती के साथ काम करेगी। आम नागरिक अपनी समस्याएं और परेशानी बता सकते हैं। इसके जल्द ही टॉल फ्री नंबर जारी किया जायेगा, ताकि लोग अपनी समस्याओं की जानकारी दे सके। डॉ मेघा ने कहा कि झारखंड में बाल मजदूरी, नारी उत्पीड़न समेत कई समस्याएं है, जिस पर प्रशासन के साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। इन समस्याओं पर गंभीरतापूर्वक काम करने की जरूरत है। इसके लिए जल्द ही राज्य भर से ऐसे लोगों को चयन किया जायेगा, जो मानवाधिकार सुरक्षा सुनिश्चित कर सके। सभी जिलों का दौरा कर वहां के उपायुक्त समेत अन्य अधिकारियों से मुलाकात कर उनसे सहयोग करने का आग्रह करूंगी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद मानवधिकारों की रक्षा, महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की रक्षा, संविधान एवं कानून की रक्षा, श्रमिकों, गरीबों, महिलाओं के सशक्तिकरण आदि पर काम करता है।