त्रिपुरा के मत्स्य कृषकों के दल ने हजारीबाग के बुण्डू व माधवपुर में केज कल्चर का किया अवलोकन
वरीय संवाददाता
रांची। त्रिपुरा के मत्स्य कृषकों के दल ने बुधवार को झारखंड के हजारीबाग जिला अंतर्गत बुंडू व माधवपुर में मत्स्य कृषकों द्वारा केज कल्चर में किए जा रहे मत्स्य पालन का अवलोकन किया। इस अवसर पर संजय गुप्ता, उप मत्स्य निदेशक, प्रदीप कुमार, जिला मत्स्य पदाधिकारी हजारीबाग, मिथुन मांझी, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, संजीव कुमार, जिला हजारीबाग के प्रधान लिपिक सह लेखपाल उपस्थित थे। इसके साथ ही बुण्डू स्थित मालकोपो मत्स्यजीवी सहयोग समिति के सदस्यगण उपस्थित थे। समिति के अध्यक्ष राजू यादव ने केज कल्चर के बारे में जानकारी दी। इसके बाद त्रिपुरा की टीम माधोपुर साईट पर केज भ्रमण के लिए गयी। इस अवसर पर समिति के अन्य सदस्य अकबर अली, कासिम अंसारी, चंद्रिका यादव, पिंटू यादव सहित अन्य ने अपने विचार साझा किये, जिससे त्रिपुरा के किसान काफी प्रभावित हुए। वहां से प्रतिदिन 2 टन मछली की बिक्री हो रही है, जिससे कृषकों की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में सुधार हुआ है। पीएमएमएसवाई योजना के तहत सभी लाभुकों को 40 प्रतिशत अनुदान पर केज मिला है। जिसमें समिति के सदस्यों ने स्वयं से 25 टन मत्स्य आहार का क्रय भी किया है। इस सफलता से प्रेरित होकर त्रिपुरा के किसान भी अपने राज्य के इकलौते जलाशय डुमबुर में केज विधि द्वारा मछलीपालन करेंगे। उक्त जानकारी प्रशांत कुमार दीपक ने दी।