अंजुमन इस्लामिया, रांची चुनाव 2025, ड्राफ्ट सूची का उद्देश्य जनता को त्रुटियों की पहचान करने का अवसर प्रदान करना तथा पारदर्शिता को और अधिक मज़बूत बनाना


अंजुमन इस्लामिया, रांची चुनाव 2025, ड्राफ्ट सूची का उद्देश्य जनता को त्रुटियों की पहचान करने का अवसर प्रदान करना तथा पारदर्शिता को और अधिक मज़बूत बनाना।
किसी भी संगठन या संस्था में पारदर्शी, निष्पक्ष और ईमानदार चुनाव एक अत्यंत महत्वपूर्ण और संवेदनशील चरण होता है। इसी चुनावी प्रक्रिया का एक मूलभूत हिस्सा ड्राफ्ट सूची का निर्माण और उसका प्रकाशन है। यह बात स्पष्ट रहनी चाहिए कि ड्राफ्ट सूची अंतिम सूची नहीं होती, बल्कि यह एक प्रारंभिक चरण है, जिसका उद्देश्य जनता के समक्ष जानकारी रखना, त्रुटियों की पहचान का अवसर प्रदान करना और पारदर्शिता को और अधिक मज़बूत बनाना होता है। इस चरण में आपत्ति, संशोधन और मार्गदर्शन की गुंजाइश रखी जाती है, ताकि यदि किसी नाम, विवरण या पात्रता के संबंध में कोई कमी या त्रुटि रह गई हो तो उसे समय रहते सुधारा जा सके। यह समझना भी अत्यंत आवश्यक है कि ड्राफ्ट सूची में किसी नाम का शामिल होना या हटाया जाना न तो किसी का अपमान है और न ही किसी के अधिकार का अंतिम निर्णय। किसी नाम का शामिल होना या हटाया जाना चुनावी प्रक्रिया का स्वाभाविक हिस्सा है। बहरहाल, ड्राफ्ट सूची केवल एक प्रारूप होती है, जिस पर जनमत और आपत्तियों के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाता है। इस प्रकार चुनावी प्रक्रिया में जनता की भी भागीदारी सुनिश्चित होती है।
अतः ड्राफ्ट सूची जारी करते समय प्रेस कॉन्फ्रेंस और प्रेस विज्ञप्ति में स्पष्ट रूप से कहा और लिखा गया कि—
“यह सूची ड्राफ्ट है, अंतिम नहीं। इसका उद्देश्य सदस्यों को जांच-पड़ताल एवं सत्यापन का मौक़ा देना है, ताकि किसी भी प्रकार की ग़लती, दोहराव या कमी की पहचान की जा सके तथा जिनके नाम छूट गए हों, उन्हें अपनी सदस्यता साबित कर सूची में शामिल होने का मौक़ा मिल सके। साथ ही सदस्यों को अपने नाम, पिता का नाम, पता, फोटो, मोबाइल नंबर, पंचायत, संस्था तथा अन्य आवश्यक विवरण सही हैं या नहीं, इसकी जांच का अवसर देना भी इसका उद्देश्य है। यदि किसी व्यक्ति को ड्राफ्ट सूची में दर्ज किसी भी जानकारी के संबंध में आपत्ति हो या सुधार आवश्यक हो, अथवा अपने नाम आदि से संबंधित कोई ग़लती दिखाई दे, किसी का नाम गलत चढ़ गया हो, यदि किसी योग्य व्यक्ति का नाम सूची में शामिल नहीं हुआ हो, या किसी अयोग्य व्यक्ति का नाम गलती से दर्ज हो गया हो, तो वह अपनी शिकायत या सुधार के लिए अपने हस्ताक्षर के साथ लिखित आवेदन चुनावी कार्यालय में जमा कर सकता है”
इतनी स्पष्टता के बावजूद दुर्भाग्यवश ड्राफ्ट सूची के प्रकाशन के तुरंत बाद से कुछ हलकों में बिना जाँच-पड़ताल और बिना प्रमाण शंकाएँ, बदगुमानियाँ और अनुचित आपत्तियाँ उत्पन्न की जा रही हैं, जिससे न केवल चुनावी प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है बल्कि संस्था की साख को भी नुकसान पहुँच सकता है।
पारदर्शी चुनाव केवल चुनावी कार्यालय की ही जिम्मेदारी नहीं, बल्कि प्रत्येक जागरूक व्यक्ति की साझा जिम्मेदारी है। अतः जनता से विनम्र अपील है कि अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें और अफवाहों, अटकलों तथा सुनी-सुनाई बातों से परहेज़ करें। यदि किसी प्रकार की कोई आपत्ति, संशोधन या सुझाव देना हो, तो निर्धारित प्रक्रिया और समय के भीतर लिखित रूप में अवगत कराएँ। सकारात्मक, रचनात्मक और गरिमामय सहयोग के माध्यम से चुनावी प्रक्रिया को सफल बनाएँ।
याद रखिए, अनुचित बदगुमानी संस्थाओं को कमजोर करती है, जबकि विश्वास, धैर्य और सहयोग संस्थाओं को मजबूत बनाता है। अल्लाह तआला हमें सत्य बात कहने, सत्य बात सुनने और न्याय पर कायम रहने की तौफ़ीक़ प्रदान फ़रमाए। आमीन।
(मुफ़्ती) मोहम्मद अनवर क़ासमी
कन्वीनर, चुनाव 2025
अंजुमन इस्लामिया, रांची








