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उर्दू विद्यालयों के लिए पृथक अवकाश तालिका एवं प्रमुख त्योहारों पर समुचित अवकाश की व्यवस्था की जाय : उर्दू शिक्षक संघ

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विभागीय निर्णय के अनुरूप उर्दू विद्यालयों का पृथक अवकाश जारी किया जाय : अमीन अहमद

रांची, दिनांक 19/12/2025,
झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ ने आगामी वार्षिक अवकाश तालिका–2026 के निर्धारण में राज्य के सभी विद्यालयों, विशेषकर उर्दू विद्यालयों के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण पर्व–त्योहारों पर समुचित अवकाश सुनिश्चित करने तथा विभागीय निर्णय के अनुरूप उर्दू विद्यालयों के लिए पृथक अवकाश तालिका जारी करने की मांग की है।

संघ के केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद के नेतृत्व में सहयोगी मो० फखरुद्दीन, शाहिद अनवर, एनामुल हक़, शहजाद अनवर द्वारा निदेशक, जे.सी.ई.आर.टी./झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद, रांची को उक्त संदर्भ में ज्ञापन सौंपा गया।
केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद ने बताया कि जे.सी.ई.आर.टी. के पत्रांक 1247, दिनांक 30/08/2024 द्वारा वर्ष 2025 से संसूचित उर्दू विद्यालयों एवं सामान्य विद्यालयों के लिए पृथक अवकाश तालिका प्रकाशित करने का निर्णय लिया गया था, किंतु वर्ष 2025 में जारी वार्षिक अवकाश तालिका में इसका अनुपालन नहीं किया गया। इसका प्रतिकूल प्रभाव उर्दू विद्यालयों एवं सामान्य विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र–छात्राओं के साथ-साथ शैक्षणिक हितों पर पड़ा।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 की एक समान वार्षिक अवकाश तालिका में राज्य के कई महत्वपूर्ण पर्व–त्योहारों पर समुचित ध्यान नहीं दिया गया, जिससे प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पठन–पाठन प्रभावित हुआ। वर्ष 2025 में उर्दू विद्यालयों में मात्र 56 दिनों का अवकाश उपभोग हो सका, जबकि सामान्य विद्यालयों में 60 दिनों का अवकाश रहा, जो असमानता को दर्शाता है।

अमीन अहमद ने कहा कि झारखंड के विद्यालयों में विभिन्न धर्मों एवं आस्थाओं से जुड़े छात्र–छात्राएं और शिक्षक अध्ययन–अध्यापन करते हैं, इसलिए अवकाश निर्धारण में सभी प्रमुख पर्व–त्योहारों का समुचित समायोजन आवश्यक है।

संघ की ओर से वार्षिक अवकाश तालिका–2026 के लिए प्रमुख सुझाव इस प्रकार रखे गए हैं—

जनवरी एवं दिसंबर में पूर्व में दिए जा रहे पाँच–पाँच दिनों के शीतकालीन अवकाश को समाप्त कर अन्य महत्वपूर्ण त्योहारों के लिए समायोजित किया जाए।

शब-ए-बारात एवं चेहल्लुम के लिए सभी कोटि के विद्यालयों में एक–एक दिन का अवकाश दिया जाए।

अलविदा जुमा (रमज़ान माह का अंतिम शुक्रवार) को सभी विद्यालयों में एक दिन का अवकाश निर्धारित किया जाए।

उर्दू विद्यालयों में ईद एवं बकरीद के लिए कम से कम तीन–तीन दिन तथा मुहर्रम के लिए दो दिनों का अवकाश निर्धारित किया जाए।

सामान्य विद्यालयों में भी ईद एवं बकरीद के लिए दो–दो दिनों का अवकाश दिया जाए।

झारखंड के सरना एवं ईसाई धर्मावलंबियों के प्रमुख पर्व सरहुल एवं क्रिसमस पर कम से कम दो–दो दिनों का अवकाश सुनिश्चित किया जाए।

अंत में संघ ने आग्रह किया है कि वर्ष 2026 के लिए सभी कोटि के विद्यालयों की एक समान वार्षिक अवकाश तालिका जारी करते समय उपर्युक्त तथ्यों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाए तथा विभागीय निर्णय के अनुरूप प्राथमिक उर्दू विद्यालयों के लिए पृथक अवकाश तालिका भी जारी की जाए।

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