मत्स्य किसान प्रशिक्षण केंद्र धुर्वा में मनाया गया विश्व मात्स्यिकी दिवस, आर्थिक समृद्धि का एक महत्वपूर्ण स्रोत है मछली पालन : रविरंजन कुमार


रांची। विश्व मात्स्यिकी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को मत्स्य किसान प्रशिक्षण केंद्र, शालीमार, धुर्वा में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
समारोह का शुभारंभ उप मत्स्य निदेशक (अनुसंधान) रवि रंजन कुमार ने किया।
इस अवसर पर उन्होंने विश्व मात्स्यिकी दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस दिवस पर बहुआयामी मत्स्य पालन के लिए मत्स्य कृषकों को प्रेरित किया जाना मुख्य उद्देश्य है।
उन्होंने कहा कि झारखंड में फिश फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन (एफएफपीओ) नामक संस्था का गठन मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में एक सराहनीय पहल है। इस मंच के माध्यम से मछली पालन करने वाले किसानों के लिए नीति निर्धारण कर उनके व्यापार संवर्धन की दिशा में भी मार्ग प्रशस्त होगा।
उन्होंने कहा कि मात्स्यिकी दिवस पर बहुआयामी मत्स्य पालन का संकल्प लें।

राज्य सरकार का मंत्र निदेशालय मत शिक्षकों को हर संभव सहयोग करने के प्रति तत्पर है।
वहीं, जिला मत्स्य पदाधिकारी, रांची, जयंत रंजन ने कहा कि मत्स्य पालन के लिए महिलाओं का भी काफी संख्या में आगे आना एक सुखद संकेत है। इससे झारखंड में मछली उत्पादन में आत्म निर्भरता आएगी।
इस अवसर पर निदेशक मत्स्य की सचिव सीमा कुमारी, एडीएफ सुश्री कुमुद उड़िया, स्वाति लेखा मुखर्जी, किरण अब्दाली, मंजू श्री तिर्की, विशेषज्ञ डॉ. सुमन रक्षित, मत्स्य निदेशालय के नंदन झा, मनोज कुमार, सुरेंद्र चौधरी, संजीत भगत, सहित विभिन्न जिलों के मत्स्य कृषक उपस्थित थे।
*मत्स्य कृषकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण
*कार्यक्रम के दौरान तीन प्रगतिशील मत्स्य कृषकों
लाजरूस तिग्गा,रंजीत मुंडा,दिलीप नायक
ने अपने अनुभव साझा किए।
इस मौके पर विभिन्न मत्स्य कृषकों को परिसंपत्ति वितरण भी किया गया।
कार्यक्रम के अंत में सहायक मत्स्य निदेशक रेवती हांसदा ने धन्यवाद ज्ञापन किया।








