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संसद में बात करूँगी थैलेसीमिया पीड़ितों पर: सांसद डॉ महुआ माजी,झारखंड

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झारखंड में थैलेसीमिया/सिकल सेल/अप्लास्टिक एनीमिया को झारखंड से भगाओ अभियान के तहत आज दूसरे दिन झारखंड राज्यस्तरीय कार्यक्रम के तहत आज “लहू बोलेगा” रक्तदान संगठन एवं शोनित फाउंडेशन के सौजन्य से अपोलो हॉस्पिटल नई दिल्ली के द्वारा थैलेसीमिया/सिकल सेल एनीमिया का बोन मैरो ट्रांसप्लांट हेतु झारखंड राज्यस्तरीय निःशुल्क मैचिंग टेस्ट कैम्प/एचएलए स्क्रीनिंग टेस्ट/शिबलिंग टैस्टिंग/मार्गदर्शन/परामर्श कैम्प रांची प्रेस क्लब में सुबह से शाम तक में 12 वर्ष के अंदर पीड़ितों का 39 थैलेसीमिया पीड़ितों सहित कुल 100 पीड़ितों के परिजनों के डोनर का एचएलए स्क्रीनिंग टेस्ट निःशुल्क हुआ। जिसकी रिपोर्ट तीन महीनें के अंदर आएगी,उसके बाद शत प्रतिशत मैच करने पर सरकारी/सीसीएल/एनजीओ/परोपकारी लोगों के सहयोग से निःशुल्क बोन मैरो ट्रांसप्लांट/ब्लड ट्रांस्फूशन होगा।

जिसमें नई दिल्ली से आए अपोलो नई दिल्ली के निदेशक,बोन मैरो ट्रांसप्लांट विभाग/सीनियर पीडियाट्रिक,ऑनकोलॉजी,हेमेटोलॉजी के देश के मशहूर डॉक्टर डॉ गौरव खारिया के नेतृत्व में अपोलो की टीम आई।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि माननीय डॉ महुआ माजी,राज्यसभा सांसद,झारखंड एवं पूर्व अध्यक्ष, झारखंड राज्य महिला आयोग सहित जेएमएम की वरिष्ठ राजनीतिज्ञ थी एवं विशिष्ट अतिथि में
श्रीमती डॉ अनुराधा वत्स,क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट/दीपशिखा एवं इंजीनियर श्री राजीव राजू,दिव्यंजनों पर कार्यरत सहित कार्यक्रम में अपोलो दिल्ली के रवि कुमार,एबी, शोनित फाउंडेशन के डेविड,अभिषेक चौधरी, अरशद एवं लहू बोलेगा के नदीम खान,मो बब्बर एवं झारखंड थैलेसीमिया पीड़ित एसोसिएशन के देवकी देवी,सीमा देवी,सोना सिंह,सोनम, साक्षी,प्रगति शामिल थे।

कार्यक्रम में सभी अतिथियों को पुष्पगुच्छ एवं झारखंडी अंगवस्त्र देकर थैलेसेमिक पीड़ित बच्चों ने स्वागत किया।
माननीय सांसद डॉ महुआ माजी ने कहा कि थैलेसीमिया/सिकल सेल/अप्लास्टिक एनीमिया पीड़ितों के साथ हूँ मैं जल्द आपके मुद्दें पर माननीय मुख्यमंत्री झारखंड श्रीमान हेमंत सोरेन महोदय से आपके साथ चर्चा करूँगी।सांसद में आपकी आवाज़ उठाऊंगी।

जो संभव होगा अविलंब गंभीर पहल करूँगी।
डॉ गौरव खारिया जी ने कहा कि थैलेसीमिया/सिकल सेल/अप्लास्टिक एनीमिया पर झारखंड राज्यस्तरीय यह कैम्प आप आयोजक का बेहद सरहनीय और ऐतिहासिक प्रयास है जिसका नतीजा भी बोन मैरो ट्रांसप्लांट का शत प्रतिशत होगा। झारखंड सरकार इस गंभीर पहल कर दें और इनका ब्लड ट्रांफुशन/बोन मैरो ट्रांसप्लांट करा दें ताकि इन पीड़ितों का जीवन जी सकें।
ऐसे बच्चें की मृत्यु दर को रोका जा सकें जो ब्लड ट्रांस्फूशन/बोन मैरो ट्रांसप्लांट से मानवीय रूप से सुनिश्चित है, झारखंड में रक्तदान-महादान को इनके लिए जनजागरुकता अभियान चला दें ताकि इनको ब्लड मिलता रहें और इनका ग्रोथ रुके नही।झारखंड सरकार इनके लिए नीति बना दें।

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