दिशोम गुरू शिबू सोरेन जी के निधन से मर्माहत हूं : सुबोधकांत सहाय


रांची/नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने ढिशुम गुरु श्री शिव सोरेन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। नई दिल्ली में श्री सहाय ने स्व. सोरेन के पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित किया।
उन्होंने कहा कि मुझे यह सौभाग्य मिला कि मैंने उनके साथ दशकों तक राजनीतिक जीवन की यात्रा की। उनका जाना मानों राजनीति के एक युग के अंत जैसा महसूस हो रहा है। इस अपूरणीय क्षति को स्वीकार कर पाना मेरे लिए बेहद कठिन है।
श्री सहाय ने कहा कि शिबू सोरेन जी न केवल झारखंड के बल्कि समूचे देश के सबसे श्रद्धेय नेताओं में से एक थे। उनके नहीं रहने से झारखंड के हृदय में ही नहीं, पूरे देश की राजनीति में एक गहरी रिक्तता पैदा हो गई है। जिसे भर पाना लगभग असंभव है।
वे झारखंड आंदोलन के शुरुआती दिनों में हमारे साथी रहे। एक अथक योद्धा, जिन्होंने अपना पूरा जीवन झारखंड और झारखंडवासियों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया।
झारखंड की जनता अपने दिशोम गुरु को सदा स्नेह, सम्मान और गर्व के साथ याद रखेगी।
ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दें और उनकी पुण्य आत्मा को शांति प्रदान करें।
