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हम सबको मिलकर समाज को सुधार करने की जरूरत है: हफीजुल हसन

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रांची हज हाउस कडरू में बहुत जल्द मुस्लिम छात्र-छात्राओं के लिए मेडिकल इंजीनियरिंग कोचिंग सेंटर शुरू किया जाएगा

अधिवक्ता समाज का लीडर होता है: मुमताज़ खान

रांची: झारखंड माइनॉरिटी एडवोकेट एसोसिएशन रांची के तत्वाधान में अंजुमन प्लाजा मौलाना आजाद हॉल रांची में एकदिवसीय सम्मेलन मैं बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे झारखंड राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि झारखंड माइनॉरिटी एडवोकेट एसोसिएशन रांची द्वारा बहुत ही सराहनीय काम किया गया है। आज हम सब समाज के प्रबुद्ध समाजसेवियों अधिवक्ताओं के सामने इस बात की मुबारकबाद पेश करता हूं कि समाज अब हमारा निश्चित रूप से बदलेगा। क्योंकि हमारे समाज के प्रबुद्ध बुद्धिजीवी अधिवक्ता गण समाज के गरीब असहाय लोगो के परेशानियों को देखते और समझते हुए यह साहसी कदम बढ़ाया है।

जब तक हम और हमारा समाज शिक्षित नहीं होंगे आगे का रास्ता तय करने में परेशानी होगी। उन्होंने कहा कि कम से कम अपने समाज के लिए 2 घंटा देने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि हम लोगों को सबसे पहले अपने बच्चों को दीनी तालीम के साथ साथ दुनियावी शिक्षा भी जरूरी है। माइनॉरिटी ,अल्पसंख्यक आदिवासी, दलित अन्य दबे कुचले के साथ मिलकर समाज को आगे बढ़ाने की जरूरत है। मुझे खुशी है कि रांची में यह काम शुरू किया गया है। अधिवक्ताओं ने अंजुमन के साथ मिलकर लीगल सेल का जो काम शुरू किया है वह सराहनीय है।

हमें डॉक्टर इंजीनियर, प्रोफेसर, जज, अधिवक्ता सभी को अलग-अलग फैकल्टी में इसी तरह का काम करने की जरूरत है। हम मुसलमान हैं हमें दुनिया में भी अच्छा करना है तभी हमें आखिरत में अच्छा मकाम मिल सकता है। झारखंड की मजबूत सरकार बनी है और मुझे अल्पसंख्यक मंत्री बनाया गया है आप सब हर क्षेत्र में आगे बढ़े और सरकार के द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं का लाभ उठावें मैं वैसे लोगों को अपील करता हूं कि आप सब बड़े बुजुर्गों से मशवरा जरूर करें मार्गदर्शन ओलमा हजरात से भी लेने की जरूरत है।


इस मौके पर हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता ए अललाम ने अपने संबोधन में कहा कि इसी तरह का कार्यक्रम कर हम समाज को आगे बढ़ा सकते है। हमें इस्लाम ने जो भाईचारा का संदेश दिया है उसे सभी के बीच फैलाना है।
इस मौके पर डीआईजी नौशाद आलम ने बहुत ही नेक जज्बे के साथ अपने बातों को रखते हुए कहा कि आज हम भारत की आजादी में अहम किरदार निभाने वाले मौलाना आजाद के नाम से अंजुमन इस्लामिया के हाल में झारखंड माइनॉरिटी एडवोकेट एसोसिएशन के द्वारा झारखंड भर के अधिवक्ताओं के बीच हमें बोलने का अवसर दिया गया उसके लिए मैं शुक्रिया अदा करता हूं आप सब जानते हैं की समाज में पुलिस से ज्यादा अधिवक्ताओं में लोग सहजता से विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे मौला रहमत का इशारा दे दे, जब पड़े मुश्किल तो सहारा दे दे


उन्होंने कहा कि आप जब तक एक नहीं होंगे तब तक कामयाबी नहीं मिलेगी। एक दूसरे को मदद करने की जरूरत है। अधिवक्ताओं द्वारा संवैधानिक तरीके से हम अपने अधिकार को प्राप्त कर सकते हैं। वहीं अशरफ अंसारी रिटायर्ड सीबीआई जज ने कहा कि पूरे झारखंड के अल्पसंख्यक अधिवक्ताओं को जुड़ने का जो काम किया गया है वह एतिहासिक है।

वहीं मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता मुमताज खान ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आज जिस तरह से संविधान में छेड़ छाड़ करने की कोशिश की जा रही है और अल्पसंख्यको के मौलिक अधिकार का हनन किया जा रहा है उसके लिए आवश्यक है कि अधिवक्तागण मिलकर इसकी लड़ाई लड़े। और अल्पसंख्यक, आदिवासी, एवं दलित, पिछड़ों को उनका संवैधानिक हक़ दिलाने का प्रयास करें। अधिवक्ता समाज का लीडर होता है।

इसलिए समाज को आपसे बहुत उम्मीदें है। साथ ही उन्होंने कहा कि लीगल सेल की माध्यम से हम लोग समाज में छोटे छोटे परिवारिक मामलों एवं मुकदमों को अंजुमन के माध्यम से सुलह कराने का काम कर रहे है। मुख्यातिथि द्वारा वरीय अधिवक्तागण जिनकी प्रैक्टिस पचास वर्ष से अधिक है उनको शॉल और मोमेंटो देकर मुख्यातिथि के हाथों सम्मानित किया गया, जिसमें गुमला के मो ताहा, रांची के जमीलुर्रान और मो जमा खान।

एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुलतान खान, सचिव मो अरशद, हुमायूं रशीद, हाफिज उद्दीन अंसारी, इरशाद आलम द्वारा आए हुए अतिथियों को गुलदस्ता देकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। यह सम्मेलन की अध्यक्षता अधिवक्ता मुमताज़ खान ने किया और संचालन अधिवक्ता नसर इमाम एवं धन्यवाद ज्ञापन मो अरशद ने किया। मौके पर कलाम रशीदी, मो इबरार, मुस्लिम चौधरी, ख़ैरुल्लाह, अधिवक्ता शमीम, इकबाल, मजहर खान, अजहर, परवेज़, गुफरान, रऊफ अंसारी, मो शमीम, नदीम, मो शाहिद, इम्तियाज अशरफ, मो फहीम, सुरैया जबीं, खालिदा हया, आबरू बेगम, सिम्मी परवीन, मोदब्बीर हुसैन, मुजम्मिल, वगैरह थे।

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