वैश्य मोर्चा का 7वां स्थापना दिवस 31 अक्टूबर तैयारी पूरी, स्थापना दिवस से वैश्य आंदोलन को नई दिशा मिलेगी- महेश्वर साहु


31 अक्टूबर को झारखंड प्रदेश वैश्य मोर्चा का 7वां स्थापना दिवस मनाया जायेगा. स्थापना दिवस पर सात पाउंड का केक काटा जायेगा. इस अवसर पर वैश्य समाज के पाँच प्रबुद्धजन को वैश्य रत्न की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा. जबकि पाँच उत्कृष्ट कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया जाएगा. यह कार्यक्रम रांची के रेडियम रोड़ स्थित होटल आलोका सभागार में आयोजित होगा. सभागार प्रख्यात बुद्धिजीवी और झारखंड आंदोलनकारी वैश्य रत्न डॉ. वी.पी. केशरी के नाम से जाना जायेगा. कार्यक्रम में कई प्रस्ताव भी पारित किये जायेंगे और आगे की रणनीति एवं कार्यक्रमों की घोषणा की जाएगी. इस बाबत सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है. यह जानकारी वैश्य मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष महेश्वर साहु ने आज रांची के चर्च रोड़ स्थित होटल राजधानी प्लाजा में संवाददाता सम्मेलन में मीडिया को दी.

केंद्रीय अध्यक्ष महेश्वर साहु ने कहा कि झारखंड प्रदेश वैश्य मोर्चा राज्य में निवास करने वाले 54 वैश्य उप-जातियों का सामाजिक संगठन है, जो राज्य के 40% आबादी की चिंता करती है और उनकी समस्याओं व मांगों को लेकर संघर्ष करती रहती है। वैश्य मोर्चा सामाजिक कार्यों में भी भरपूर योगदान देती रही है और लोगों के व्यक्तिगत समस्याओं का भी भरसक निदान करती है तथा उनके साथ खड़ा रहती है. साहु ने कहा कि हमारे लिए गौरव की बात है कि वैश्य मोर्चा की ओर से जिन मुद्दों को लेकर आंदोलन और संघर्ष किया गया है, या तो हम सफल हुए हैं या फिर सरकार और राजनीतिक दलों के लिए वह मुद्दा बन गया है। यह सब वैश्य मोर्चा के निष्ठावान, समर्पित कार्यकर्ताओं और शुभचिन्तकों की मेहनत, लगन, अनुशासन और संगठन एवं नेतृत्व के प्रति भरोसा से ही संभव होता रहा है। वैश्य मोर्चा भी समाज के विश्वास और भरोसा को कभी टूटने नहीं दिया है।
साहु ने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि वैश्य मोर्चा कभी किसी जाति, समुदाय, नेता या पार्टी का विरोधी नहीं रहा है, और न ही हम कभी किसी के पिछ्लग्गू बने हैं। वैश्य मोर्चा समाज के सभी सांसदों, विधायकों एवं दलों के नेताओं का सम्मान करती है, लेकिन निर्भर भी नहीं रहते हैं। वैश्य मोर्चा समाज की समस्याओं और हक-अधिकार के लिए अब तक खुद लड़ाई लडती रही है, इसलिए हम विवाद में पड़ने से बचते रहे हैं। और यही वजह है कि हम सभी लोग वैचारिक रूप से अब तक एक हैं।
साहु ने कहा कि वैश्य मोर्चा को आगे भी विवादों से बच कर समाज को जागरूक करेगी और उनके हितों की रक्षा, मान-सम्मान और हक-अधिकार के लिए संघर्ष जारी रखेगी. इसलिए हम कोई भी कार्यक्रम करें या अभियान चलाएं, वैश्य मोर्चा के मुद्दे और हक-अधिकार की बातें सर्वपरि होनी चाहिए। अन्यथा अन्य संगठनों और वैश्य मोर्चा में कोई अंतर नहीं रह जायेगा. साहु ने कहा कि स्थापना दिवस के बाद नई ऊर्जा, नये उमंग और नई उत्साह से वैश्य मोर्चा की नीति-सिध्दांतों एवं मुद्दों की महत्ता के अनुकूल वैश्य समाज को एकजुट किया जायेगा और संघर्ष को तेज किया जाएगा.
इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष हीरानाथ साहु, उप प्रधान महासचिव उपेन्द्र प्रसाद, केंद्रीय महासचिव कपिल प्रसाद साहु, मीडिया प्रभारी राहुल कुमार साहु, रांची महानगर अध्यक्ष मनोज कुमार, केंद्रीय सदस्य विजय कुमार, युवा मोर्चा अध्यक्ष हलधर साहु, सचिव आदित्य पोद्दार आदि उपस्थित थे.
~ भवदीय ~
महेश्वर साहु
केंद्रीय अध्यक्ष
झारखंड प्रदेश वैश्य मोर्चा








