समाजसेवा के प्रति समर्पित हैं रिजवान हुसैन
रिसालदार बाबा दरगाह चुनाव तीन सितंबर को
मतदाता पहचान पत्र का वितरण शुरू
रांची। राजधानी के डोरंडा क्षेत्र स्थित मणि टोला निवासी स्व.मुजफ्फर हुसैन व स्व.आयशा खातून के सुपुत्र रिजवान हुसैन समाजसेवा के प्रति समर्पित शख्सियत हैं। पीड़ितों और जरूरतमंदों की सेवा करना उनकी दिनचर्या में शुमार है। रिजवान हुसैन पेशे से व्यवसायी हैं। वह अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन करते हुए समाज सेवा के क्षेत्र में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
रिजवान हुसैन की प्रारंभिक शिक्षा रांची में ही हुई। उन्होंने डोरंडा स्थित सेठ सीताराम हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की और अपने पिता के व्यवसाय में हाथ बंटाने लगे। समाज सेवा की प्रेरणा उन्हें अपने माता-पिता से मिली। गरीबों जरूरतमंदों और पीड़ित मानवता की सेवा करने में उन्हें सुखद अनुभूति होती है। रिजवान कई सामाजिक संगठनों से भी जुड़े हुए हैं। सर्वधर्म समभाव के सिद्धांतों को आत्मसात कर रिजवान अपने कर्तव्य पथ पर सदैव अग्रसर हैं।
किसी भी धर्म और संप्रदाय के पर्व-त्योहारों के अवसर पर स्वागत शिविरों के आयोजन में शामिल होना, सामाजिक समरसता बरकरार रखने के लिए सतत प्रयासरत रहना उनकी खासियत है।
रिजवान हुसैन की पत्नी जमीला खातून रांची नगर निगम के वार्ड संख्या 49 की पार्षद हैं। जनहित के कार्यों के प्रति सदैव समर्पित रहने वाली महिला पार्षद जमीला खातून भी जनसमस्याओं के प्रति सजग रहती हैं। रिजवान हुसैन अपनी पत्नी जमील खातून (पार्षद) के साथ मिलकर जनहित के कल्याणकारी योजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। सड़क, बिजली, पानी, नाली, स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा आदि के क्षेत्र में पति-पत्नी ने मिलकर कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जो मील का पत्थर साबित हुए हैं।
मोहल्ले में अटल क्लीनिक की स्थापना में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जिसके माध्यम से क्षेत्र की जनता स्वास्थ्य सेवाओं से लाभान्वित हो रही है।
वार्ड अंतर्गत जनसमस्याओं को दूर करने की दिशा में हर संभव कदम उठाते रहे हैं। मोहल्ले के कई विवादों को सुलझाने में भी रिजवान हुसैन की भूमिका सराहनीय है। उन्होंने मध्यस्थता की भूमिका निभाई है। उनका मानना है कि स्वस्थ और समृद्ध समाज से ही राष्ट्र मजबूत हो सकता है।
समाज में अमन चैन बनाए रखने के प्रति उनकी मुख्य भूमिका रहती है।
रिजवान हुसैन कई पारिवारिक मामलों को निपटाने में मध्यस्थता की भूमिका निभाते हुए कई परिवारों को जोड़ा है। उन्हें टूटने नहीं दिया। समाज को जोड़कर रखने और सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए रिजवान हुसैन की भूमिका की चहुंओर सराहना की जाती है।
सामाजिक कार्यों के प्रति उनकी निष्ठा और सक्रियता को देखते हुए हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार शाह बाबा दरगाह कमेटी ने उन्हें उपाध्यक्ष पद पर मनोनीत किया।
इस जिम्मेदारी का रिजवान हुसैन बखूबी निर्वहन कर रहे हैं।
वर्तमान कमेटी में अब भी वह उपाध्यक्ष पद पर आसीन हैं।
गौरतलब है कि रिसालदार बाबा दरगाह कमेटी का चुनाव हर तीन साल के बाद कराए जाने का प्रावधान है। लेकिन कतिपय कारणों से इस बार कमेटी का चुनाव 12 वर्षों के बाद होने जा रहा है। तीन सितंबर को रिसालदार बाबा दरगाह कमेटी का चुनाव होना है।
इस बार कमेटी में 16 पदों के लिए कुल 39 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। रिजवान हुसैन टीम खिदमत में शामिल हैं।
विदित हो कि 138 मतदाता तीन सितंबर को रिसालदार बाबा बाबा दरगाह कमेटी के चुनाव में खड़े प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।